आज का दिन तुलसी दिवस के रूप में भी याद किया जाता है तुलसी को आयुर्वेद में भी बहुत बड़ी औषधि माना गया है खांसी जुखाम जैसे रोगों के लिए इसे राम बाण कहा गया है आज भी इस अत्याधुनिक युग में तुलसी की अपनी ही पहचान हैआज भी अपने बुजुर्ग खांसी जुखाम होने पर तुलसी के पत्ते डालकर चाय पीने की सलाह देते दीखते हैं तुलसी को इतना पवित्र माना गया है कि आज भी अनेक घरों में तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है कोई भी धार्मिक समारोह हो तुलसी के पत्तों के बिना अधूरा है सत्यनारायण भगवान्की कथा हो अथवा अन्य कोई आयोजन तुलसी की अपनी पहचान है अपना अलग ही महत्व है तुलसी दिवस के इस पावन दिवस पर आप सभी को बहुत बहुत बधाई ,मंगलकामनाएं और शुभकामनायें तुलसी के बारे में रामायण के अनुवादक तुलसीदास जी ने भी कहा है ,तुलसी तुलसी सब कहें तुलसी बन की घास करनी के प्रताप से बन गए तुलसी दास
तुलसी पूजन दिवस